विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की वतन वापसी पर पूरा देश खुश है। गिरफ्तारी के 60 घंटे बाद रात 9:10 बजे पाकिस्तानी अधिकारियों ने अमृतसर के अटारी बार्डर पर अभिनंदन को भारत को सौंप दिया। इस दौरान उनके साथ एक महिला भी थीं। लोग जानना चाह रहे हैं आखिर यह महिला कौन हैं। लोग मान रहे हैं कि यह उनकी पत्नी या परिवार की कोई सदस्य हैं। लेकिन ऐसा नहीं है बल्कि वह पाकिस्तान के विदेश कार्यालय में निदेशक डॉ फरिहा बुगती हैं। डॉक्टर बुगती एक एफएसपी (भारत के आईएफएस के बराबर) अधिकारी हैं और अपने विदेश कार्यालय (भारत के विदेश मंत्रालय के समकक्ष) पर भारत के मामलों को संभालने की प्रभारी हैं। बता दें कि वह पाकिस्तान जेल में बंद कुलभूषण जाधव के मामले को संभालने वाले मुख्य पाक अधिकारियों में से एक हैं। जाधव पर भारतीय जासूस होने का आरोप लगाया गया है। वह पिछले साल इस्लामाबाद में जाधव, उनकी मां और पत्नी के बीच मुलाकात के दौरान भी मौजूद थीं।
बता दें कि पायलट अभिनंदन वर्तमान शुक्रवार को वाघा बॉर्डर पर भारत को सौंपे जाने में घंटों की देरी हुई। पाकिस्तानी अधिकारियों की ओर से इस देरी का कारण बार-बार मेडिकल जांच बताया जा रहा था। हालांकि, इसकी असल वजह अभिनंदन की भारत वापसी से कुछ समय पहले ही सामने आ गई जब पाकिस्तान ने भारतीय विंग कमांडर का एक वीडियो जारी किया।
सूत्रों के मुताबिक वर्तमान को भारत के हवाले करने में पाकिस्तान की ओर से देरी इसीलिए हुई क्योंकि पाकिस्तानी अधिकारी उनसे कैमरे पर बयान दर्ज करवा रहे थे। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें दबाव में कैमरे के सामने बयान देने को कहा गया या नहीं। लेकिन इस वीडियो में दो दर्जन ऐसे कट हैं जो यह संकेत दे रहे हैं कि इसे परोक्ष रूप से पाकिस्तानी रुख के अनुरूप करने के लिए इसमें बहुत काट-छांट की गई।
पाकिस्तान सरकार ने स्थानीय समयानुसार रात साढ़े आठ बजे अभिनंदन का वीडियो संदेश स्थानीय मीडिया में जारी किया। इस वीडियो में अभिनंदन बता रहे हैं कि उन्हें किस तरह पकड़ा गया और पाकिस्तानी सेना ने उनके साथ किस तरह व्यवहार किया। वीडियो में अभिनंदन कहते नजर आ रहे हैं कि वह ‘निशाना खोजने के लिए’ पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में घुसे लेकिन उनके विमान को मार गिराया गया।
उन्होंने कहा, ‘जब मैं निशाने की खोज में था तो आपकी (पाकिस्तानी) वायुसेना ने मेरा विमान मार गिराया। मुझे विमान से कूदना पड़ा क्योंकि विमान को बहुत नुकसान हुआ था। जैसे ही मैं बाहर कूदा और जब मेरा पैराशूट खुला, मैं नीचे आकर गिरा, मेरा पास एक पिस्तौल थी।’ अभिनंदन ने कहा, ‘वहां कई लोग थे। मेरे पास बचने का एक ही रास्ता था, मैंने अपनी पिस्तौल नीचे गिराकर भागने का प्रयास किया।’
उन्होंने कहा, ‘लोगों ने मेरा पीछा किया, वे बहुत उत्तेजित थे। तभी वहां, पाकिस्तानी सेना के दो अधिकारी आ गए और मुझे बचा लिया। पाकिस्तानी सेना के कैप्टन ने मुझे लोगों से बचाया और मुझे कोई चोट नहीं आने दी। वे मुझे अपनी यूनिट में ले गए जहां मुझे प्राथमिक उपचार दिया गया और फिर मुझे आगे की मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया तथा मेरा और उपचार हुआ।’
वीडियो में विंग कमांडर भारतीय मीडिया की आलोचना भी करते नजर आए। वहीं पाक सेना की तारीफ करते हुए वह कह रहे हैं, ‘पाक सेना के जवानों ने मुझे भीड़ से बचाया। पाकिस्तानी सेना बहुत पेशेवर है और मैं इससे बहुत प्रभावित हूं।’
भारत का पक्ष है कि अभिनंदन का विमान उस समय गिराया गया जब भारतीय वायुसेना के विमानों ने 27 फरवरी को जम्मू कश्मीर में भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के पाकिस्तान वायुसेना के प्रयासों को नाकाम किया था। इससे एक दिन पहले भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविरों पर आतंक रोधी अभियान चलाया था।
अभिनंदन विमान से तो बाहर निकल गए थे लेकिन वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जाकर गिरे जहां पाकिस्तानी सेना ने उन्हें पकड़ लिया। हालांकि देरी के सवाल पर पाकिस्तानी मीडिया की खबर है कि वाघा आव्रजन पर अभिनंदन के कागजात की जांच हो रही थी इसलिए उन्हें तुरंत भारतीय अधिकारियों को नहीं सौंपा गया।